सेवा की नई मिसाल: बनवासी बच्चों और संजीवनी मित्रों के बीच स्वेटर व कंबल वितरित
सुअरसोत, खलियारी, 25 दिसंबर:
वनवासियों और जनजातीय समुदायों के जीवन में बदलाव लाने के उद्देश्य से समर्पित संजीवनी सोशल वेलफेयर सोसाइटी ने एक और सराहनीय पहल की।
सोनभद्र जिले के खलियारी के पास सुअरसोत में संचालित संजीवनी बाल विद्या मंदिर में अध्ययनरत बनवासी
छात्र-छात्राओं को ठंड से बचाव के लिए स्वेटर वितरित किए गए। इसके साथ ही, नगवा
विकासखंड के विभिन्न गांवों में सेवा कार्य कर रहे संजीवनी मित्रों को कंबल प्रदान किए गए।
उद्देश्य और महत्व:
इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल ठंड के मौसम में जरूरतमंदों को राहत प्रदान
करना है, बल्कि समाज
के वंचित तबकों को यह संदेश देना है कि वे अकेले नहीं हैं। संजीवनी सोशल वेलफेयर
सोसाइटी ऐसे प्रयासों के माध्यम से वंचित समुदायों के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका और
दिव्यांग कल्याण के क्षेत्र में एक नई उम्मीद जगा रही है।
आगामी योजनाएं:
कार्यक्रम के दौरान सोसाइटी ने जनवरी माह में नगवा विकासखंड के नवाडीह, सरईगाड, पड़री, रतुआ, धोबी, सिअरिया, बाकी, कजियारी, विश्रामपुर
गोगा, मांची और
सुअरसोत समेत अन्य गांवों में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन की योजना का ऐलान भी
किया। इन शिविरों का उद्देश्य दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना और
समुदाय की व्यापक स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करना है।
समारोह की खास झलकियां:
इस कार्यक्रम में सोसाइटी के महासचिव डॉ. विद्यासागर पांडेय के नेतृत्व में एक समर्पित टीम
ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में उपस्थित अन्य प्रमुख सदस्यों में संस्था के उपाध्यक्ष
दिवाकर द्विवेदी, हरिश्चंद्र त्रिपाठी, आकाश सिंह, और विद्यालय
के प्रधानाचार्य संतोष
तिवारी के साथ-साथ
विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल रहे। उनकी उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी
गरिमामय बना दिया।
समाजसेवा की दिशा में प्रेरणादायक कदम:
संजीवनी सोशल वेलफेयर सोसाइटी का यह प्रयास वनवासी और ग्रामीण समुदायों के
प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस कार्यक्रम ने जरूरतमंदों के जीवन
में न केवल सर्दियों की राहत पहुंचाई, बल्कि यह भी साबित किया कि छोटे प्रयास बड़े बदलाव
ला सकते हैं।
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